वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council for Scientific and Industrial Research - CSIR) ने सरस इंजन का उत्पादन करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation - DRDO) के साथ साझेदारी की है।
- सीएसआईआर संयुक्त रूप से एयरो-इंजन को विकसित करने के लिए परियोजना का संचालन करेगा जो एक अत्यधिक जटिल कार्य है।
- बिजली संयंत्रों को छोड़कर सरस इंजन की सभी प्रमुख प्रणालियाँ स्वदेशी हैं।
- सरस का प्रोटोटाइप संस्करण CSIR की राष्ट्रीय वैमानिकी प्रयोगशाला (National Aeronautical Laboratory - NAL) द्वारा विकसित किया जा रहा है।
- डिजाइन को मंजूरी देने से पहले, एनएएल सारस की 20 परीक्षण उड़ानें आयोजित करेगा।
- सरस इंजन का निर्माण राज्य के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited - HAL) द्वारा किया जाएगा।
राष्ट्रीय वैमानिकी प्रयोगशाला (National Aeronautical Laboratory - NAL):
एनएएल की स्थापना 1959 में दिल्ली में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council for Scientific and Industrial Research - CSIR) द्वारा की गई थी। इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। HAL, DRDO और ISRO के साथ-साथ फर्म कार्य करती है। यह भारत में नागरिक विमानों को विकसित करने की प्राथमिक जिम्मेदारी रखता है।
QUICK DIGEST :
- DRDO - Defence Research and Development Organisation
- DRDO का मुख्यालय - नई दिल्ली
- CSIR - Council for Scientific and Industrial Research
- CSIR का मुख्यालय - नई दिल्ली
- NAL - National Aeronautical Laboratory
- NAL का मुख्यालय - बेंगलुरु
- HAL - Hindustan Aeronautics Limited
- HAL का मुख्यालय - बेंगलुरु
- ISRO - Indian Space Research Organization
- ISRO का मुख्यालय - बेंगलुरु
