राष्ट्रीय युवा दिवस या युवा दिवस पूरे भारत में 12 जनवरी को मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भारत में अधिकारों के बारे में जागरूकता पैदा करना और युवाओं को ज्ञान प्रदान करना है।
उद्देश्य:
युवा दिवस के उत्सव का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के दर्शन और आदर्शों का प्रचार करना है, जिसके लिए वह रहते थे और काम करते थे।
थीम:
राष्ट्रीय युवा दिवस 2020 का विषय "राष्ट्र निर्माण के लिए चैनलाइजिंग यूथ पावर" ("Channelizing Youth Power for Nation Building")है। इसका उद्देश्य युवा पीढ़ियों को प्रेरित करना और उन्हें समाज में उचित व्यवहार करने के लिए शिक्षित करना है।
आयोजन:
इस दिन, स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों में कई कार्य आयोजित किए जाते हैं। दिन को परेड, भजन, गीत, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, सम्मेलनों, निबंध-लेखन प्रतियोगिता, संगोष्ठी, आदि प्रदर्शन करके मनाया जाता है।
इतिहास:
भारत सरकार ने पहली बार 1984 में स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। तब से 12 जनवरी 1985 से इसे पूरे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकार का लक्ष्य है कि स्वामी विवेकानंद के जीवन और विचारों के माध्यम से राष्ट्र के युवाओं को प्रेरित करके भारत का बेहतर भविष्य बनाया जाए।
स्वामी विवेकानंद:
नरेंद्र नाथ दत्ता, जिन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना जाता है, का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। वे एक दार्शनिक, समाज सुधारक और विचारक थे। उन्होंने 1893 में शिकागो में आयोजित धर्म के पहले संसद में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। उन्होंने युवाओं से सफलता प्राप्त करने के लिए समर्पण का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अत्यंत समर्पण के साथ एक चुनौती का पीछा करना वास्तव में युवाओं के लिए सफलता की राह है। 4 जुलाई 1902 को उनका निधन हो गया।
