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22 January 2020

भारतीय नौसेना ने जीएसआई के साथ अपतटीय डेटा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

भारतीय नौसेना ने जीएसआई के साथ अपतटीय डेटा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
भारतीय नौसेना ने 21 जनवरी 2020 को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एमओयू पर कमोडोर एए अभ्यंकर ने हस्ताक्षर किए, जो भारतीय नौसेना के समुद्र विज्ञान और मौसम विज्ञान निदेशालय और जीएसआई के उप महानिदेशक श्री एन मारन के प्रमुख हैं।

समझौता ज्ञापन के बारे में :


  • एमओयू का उद्देश्य मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान में नौसेना अनुप्रयोग के लिए समुद्री तलछट डेटा, उत्पादों और विशेषज्ञता के साझाकरण को सुनिश्चित करना है।
  • मंगलुरू स्थित जीएसआई के समुद्री और तटीय सर्वेक्षण प्रभाग ने भारत के 2.1 मिलियन वर्ग किलोमीटर के विशेष आर्थिक क्षेत्र की मैपिंग की है और इसमें अपतटीय डेटा का विशाल भंडार है।
  • एमओयू के अनुसार, जीएसआई के महासागरीय अनुसंधान जहाजों समुंद्र मंथन, समुंद्र रत्नाकर, समुद्र कौस्तुभ और समुद्रा शूदिकामा का उपयोग करके एकत्र किए गए डेटा का उपयोग भारतीय नौसेना के नीले रंग के बेड़े द्वारा किया जाएगा। विश्वसनीय और सटीक समुद्र संबंधी मॉडलिंग, हिंद महासागर क्षेत्र में बेड़े के विस्तार में समुद्री संचालन का समर्थन करेगी।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (Geological Survey of India - GSI) :


  • स्थापित : 1851
  • मुख्यालय : कोलकाता
  • महानिदेशक : एस. एन. मेश्राम C.G.S.
  • जीएसआई खान मंत्रालय(Ministry of Mines) के अधीन कार्य करता है। यह भारत के प्रमुख राष्ट्रीय सर्वेक्षण संगठनों में से एक है।

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