सीएसआईआर-आईजीआईबी (Council
of Scientific & Industrial Research-Institute of Genomics and Integrative
Biology - CSIR-IGIB) के वैज्ञानिकों ने रोगजनक का पता लगाने के लिए कम लागत वाले
कोरोनावायरस परीक्षण 'फेलुदा' विकसित किया है। इसके लिए किसी महंगी मशीन की जरूरत
नहीं होगी।
फेलुदा:
- डिवाइस 'फेलुदा' का नाम दिग्गज फिल्मकार सत्यजीत रे की कहानियों में जासूसी चरित्र के नाम पर रखा गया है।
- परीक्षण एक पेपर-आधारित टेस्ट स्ट्रिप है जो गर्भावस्था परीक्षणों के समान काम करता है। इसलिए इसे जांचने के लिए किसी विशेषज्ञता की भी आवश्यकता नहीं है और परिणाम मिनटों में दिए जाएंगे।
- यह परीक्षण देवबज्योति चक्रवर्ती और सौविक मैती द्वारा विकसित किया गया है।
- यह उम्मीद है कि यह परीक्षण क्लीनिकल नमूनों में SARS-coV2 की उपस्थिति का पता लगाने का एक सरल तरीका होगा।
सीएसआईआर-IGIB:
- सीएसआईआर-आईजीआईबी (Council of Scientific & Industrial Research-Institute of Genomics and Integrative Biology - CSIR-IGIB) 1977 में स्थापित किया गया था।
- इसका उद्देश्य देश भर में स्वास्थ्य देखभाल के उपयोग के लिए व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य प्रौद्योगिकियों के लिए बुनियादी जैविक अनुसंधान में विकसित अवधारणाओं का अनुवाद करना है।
Quick Digest
- CSIR के प्रमुख : शेखर सी मंडे
- स्थापित: 26 सितंबर 1942
- मुख्यालय : नई दिल्ली