रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 23 अप्रैल
को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मोबाइल वायरोलॉजी रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक्स लेबोरेटरी
(Mobile Virology Research and Diagnostics Laboratory - MVRDL) का अनावरण किया।
डीआरडीओ
द्वारा ईएसआईसी अस्पताल, हैदराबाद, निजी उद्योग के सहयोग से प्रयोगशाला विकसित की गई
है। इस परीक्षण सुविधा के शुरू होने से देश को COVID-19 से लड़ने में मदद मिलेगी।
MVRDL:
- यह प्रयोगशाला एक दिन में 1,000 से अधिक नमूनों को संसाधित करने में मदद करेगी। यह COVID-19 से लड़ने में देश की क्षमताओं को बढ़ाएगा।
- एमवीआरएल से संबंधित अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को अनुसंधान केंद्र इमरत (आरसीआई) द्वारा विकसित किया गया , जो ईएसआईसी अस्पताल, हैदराबाद के परामर्श से डीआरडीओ की हैदराबाद स्थित प्रयोगशाला है।
- इन प्रयोगशालाओं को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और ICMR जैव-सुरक्षा मानकों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों को पूरा करने के लिए बनाया गया है।
- प्रयोगशालाओं में अंतर्निहित विद्युत नियंत्रण, लैन, टेलीफोन केबलिंग और सीसीटीवी हैं।
- मोबाइल लैब COVID-19 के निदान को अंजाम देगी।
- इस मोबाइल लैब को आवश्यकता के अनुसार देश में कहीं भी रखा जा सकता है।
QUICK
DIGEST :
- MVRDL : Mobile Virology Research and Diagnostics Laboratory.
- DRDO : Defence Research and Development Organisation (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन)
- DRDO स्थापना : 1958
- DRDO मुख्यालय : नई दिल्ली
- DRDO महा निदेशक : डाॅ जी सतीश रेड्डी